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Author
Ritesh Kumar

हसूआ में नेट मीटरिंग कैसे काम करता है? (2025 की पूरी जानकारी)

अगर आप हसूआ में सोलर सिस्टम लगवाना चाहते हैं, तो नेट मीटरिंग आपके लिए जरूरी है। इस ब्लॉग में जानिए नेट मीटरिंग कैसे काम करता है, कैसे लगवाएं और इससे आपको क्या लाभ होगा।

भूमिका

हसूआ जैसे छोटे कस्बों में जहां बिजली की आपूर्ति अनियमित होती है, सोलर पैनल लगवाना एक स्मार्ट विकल्प बन चुका है।
लेकिन बहुत से लोग पूछते हैं –
“नेट मीटरिंग क्या होती है और इससे हमें क्या फायदा होता है?”

अगर आपने या सोच रहे हैं कि सोलर लगवाना है, तो नेट मीटरिंग की पूरी जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।

नेट मीटरिंग क्या है?

नेट मीटरिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें आप अपने सोलर पैनल से जो अतिरिक्त बिजली बनाते हैं, उसे ग्रिड (DISCOM) को भेज सकते हैं।
आपके घर में जो मीटर लगेगा, वो इस इन और आउट दोनों डेटा को रिकॉर्ड करता है।

अंत में आपके बिजली बिल में सिर्फ नेट यूनिट (खपत – उत्पादन) का हिसाब लिया जाता है।

उदाहरण:

  • आपने 15 यूनिट उत्पन्न की
  • आपने 10 यूनिट उपयोग की
  • 5 यूनिट ग्रिड में चली गई

अब अगले दिन अगर आप 4 यूनिट खपत करते हैं, तो बिल शून्य होगा क्योंकि पहले से 5 यूनिट क्रेडिट है।

हसूआ में नेट मीटरिंग की प्रक्रिया

हसूआ के उपभोक्ता North Bihar Power Distribution Company Limited (NBPDCL) के अंतर्गत आते हैं।

नेट मीटरिंग के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनानी होती है:

1. सोलर इंस्टॉलेशन कराना

सबसे पहले किसी DISCOM-रजिस्टर्ड इंस्टॉलर (जैसे Ghar Ghar Solar) से सोलर लगवाएं।

2. नेट मीटरिंग के लिए आवेदन करें

DISCOM की वेबसाइट या लोकल कार्यालय में जाकर फॉर्म भरें। Ghar Ghar Solar ये कार्य आपके behalf पर भी कर सकता है।

3. दस्तावेज़

  • बिजली बिल (नाम वही होना चाहिए जो Aadhar/PAN पर हो)
  • पहचान पत्र (Aadhar/PAN)
  • बैंक विवरण (सब्सिडी हेतु)
  • इंस्टॉलेशन रिपोर्ट

4. DISCOM सर्वे

NBPDCL का अधिकारी आपकी साइट पर आकर निरीक्षण करेगा।

5. मीटर इंस्टॉलेशन

सभी चीज़ें सही होने पर नया नेट मीटर आपके पुराने मीटर की जगह लगाया जाएगा।

लागत और समय

विवरणअनुमानित आंकड़ामीटर की लागत₹1000 – ₹1500इंस्टॉलेशन का समय7 – 10 कार्य दिवसDISCOM निरीक्षण1 बार ऑन-साइट विज़िटसंचालन की स्थितिमीटर लगते ही चालू हो जाता है

यह प्रक्रिया Ghar Ghar Solar जैसी कंपनियां पूरी तरह संभाल लेती हैं।

नेट मीटरिंग से होने वाले लाभ

1. बिजली बिल में सीधी कटौती

आप जितनी यूनिट भेजते हैं, उतनी यूनिट आपके बिल से कट जाती है।

2. अतिरिक्त बिजली की बर्बादी नहीं होती

दोपहर के समय जब घर में खपत कम होती है, तब सौर ऊर्जा सीधे ग्रिड को चली जाती है।

3. तेजी से Return on Investment

अगर आप हर महीने ₹2500 का बिल भरते हैं, तो नेट मीटरिंग से सालाना ₹30,000 की बचत संभव है।

4. सरकारी सब्सिडी प्रक्रिया में सहायक

नेट मीटरिंग एक प्रकार का DISCOM अप्रूवल भी होता है जो Subsidy जारी करने के लिए ज़रूरी होता है।

Hasua में Net Metering का एक केस स्टडी

सतीश कुमार, Hasua के निवासी हैं। उन्होंने जनवरी 2024 में 3kW का सोलर सिस्टम लगवाया।

  • उत्पन्न ऊर्जा: 360 यूनिट/माह
  • खपत: 320 यूनिट
  • Net Export: ~40 यूनिट हर महीने
  • बिजली बिल: ₹0 (केवल ₹100 मीटर चार्ज)

सतीश जी कहते हैं:
"पहले ₹2700 का बिल आता था, अब ₹100 से ज़्यादा नहीं आता। और गर्मियों में तो यूनिट वापस बेचकर क्रेडिट मिल रहा है।"

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: क्या नेट मीटरिंग जरूरी है?
हाँ, अगर आपका सोलर सिस्टम 3kW या उससे बड़ा है तो नेट मीटरिंग से आपको सीधा लाभ होगा।

प्रश्न 2: क्या Net Meter इंस्टॉलेशन में पैसा लगता है?
हाँ, ₹1000 से ₹1500 तक का मीटर शुल्क लगता है। कुछ इंस्टॉलर इसे लागत में शामिल कर लेते हैं।

प्रश्न 3: क्या छोटे सिस्टम (1kW – 2kW) में भी नेट मीटरिंग जरूरी है?
अगर आपकी खपत और उत्पन्न यूनिट बराबर है तो जरूरी नहीं, लेकिन लाभदायक ज़रूर है।

प्रश्न 4: क्या Net Meter हर क्षेत्र में मिलता है?
कुछ जगहों पर DISCOM की क्षमता सीमित हो सकती है। पहले इंस्टॉलर से स्टेटस कंफर्म करें।

निष्कर्ष

हसूआ में अगर आप सोलर पैनल लगवा रहे हैं और सच में बिजली बिल को शून्य करना चाहते हैं, तो नेट मीटरिंग आपके लिए आवश्यक है।

यह न सिर्फ आपको बचत देता है, बल्कि सौर ऊर्जा के सही उपयोग में भी मदद करता है।

अगला कदम

अगर आप Hasua या आसपास के क्षेत्रों में रहते हैं, तो:

  • Ghar Ghar Solar से संपर्क करें
  • मुफ्त सर्वे बुक करें
  • इंस्टॉलेशन + नेट मीटरिंग एक ही जगह से कराएं

बुकिंग लिंक: https://ghargharsolar.in/book-a-meeting
WhatsApp: 9279634325

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