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Author
Ritesh Kumar

नेट मीटरिंग बिहार में कैसे काम करता है? (2025 का प्रैक्टिकल गाइड)

बिहार में नेट मीटरिंग क्या है और यह कैसे काम करता है? जानिए घर पर सोलर सिस्टम लगाने के बाद बिजली बोर्ड से बिल कैसे घटता है और किस तरह से अतिरिक्त यूनिट बेचकर लाभ होता है।

परिचय

सोलर पैनल लगवाने के बाद सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल होता है:
“नेट मीटरिंग कैसे काम करता है और इससे क्या फायदा होता है?”

बिहार के शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए, नेट मीटरिंग एक अहम सुविधा है जिससे वे अपने घर पर उत्पादित अतिरिक्त बिजली को DISCOM (बिजली विभाग) को बेच सकते हैं और उसका क्रेडिट अगली बिलिंग में पा सकते हैं।

इस लेख में आप जानेंगे:

  • नेट मीटरिंग क्या है
  • यह कैसे काम करता है
  • किन्हें इसकी जरूरत है
  • आवेदन की प्रक्रिया
  • इंस्टॉलेशन और लागत
  • बिहार में इससे होने वाला लाभ

नेट मीटरिंग क्या है?

नेट मीटरिंग एक प्रणाली है जिसमें आपके घर पर लगने वाला बिजली मीटर दो तरह से काम करता है:

  1. आप ग्रिड से जो बिजली लेते हैं, वह रिकॉर्ड करता है
  2. आप सोलर से जो बिजली वापस ग्रिड में भेजते हैं, वह भी रिकॉर्ड करता है

अंत में, केवल नेट यूनिट (जो आपने ग्रिड से ली – जो आपने भेजी) का ही भुगतान आपको करना होता है।

यह कैसे काम करता है?

मान लीजिए आपने 3kW का सोलर सिस्टम लगाया है, जो रोजाना औसतन 12 यूनिट बिजली बनाता है। आपके घर की खपत 10 यूनिट है।

अब:

  • आपके घर में उपयोग हुई: 10 यूनिट
  • बची हुई बिजली: 2 यूनिट
  • यह 2 यूनिट ग्रिड को भेज दी गई

अगर आप अगली सुबह 3 यूनिट ग्रिड से खपत करते हैं, तो बिजली विभाग कहेगा:
आपने पहले से 2 यूनिट भेजी थीं, अब सिर्फ 1 यूनिट का भुगतान करें।

यही नेट मीटरिंग है।

किन लोगों को नेट मीटरिंग की जरूरत होती है?

  • जिनके पास 3kW या अधिक सोलर सिस्टम है
  • जिनका दिन में बिजली का उपयोग कम होता है और शाम को अधिक होता है
  • जो चाहते हैं कि उनकी अतिरिक्त बिजली बर्बाद ना होकर ग्रिड में उपयोग हो

छोटे सिस्टम (1–2kW) के लिए नेट मीटरिंग जरूरी नहीं भी हो सकती है अगर उपभोग और उत्पादन बराबर हो।

आवेदन कैसे करें? (बिहार में DISCOM प्रक्रिया)

बिहार में नेट मीटरिंग की अनुमति South Bihar Power Distribution Company Limited (SBPDCL) और North Bihar Power Distribution Company Limited (NBPDCL) देती है।

आवेदन प्रक्रिया:

  1. DISCOM की वेबसाइट या ऑफिस से फॉर्म प्राप्त करें
  2. आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें:
    • बिजली बिल
    • पहचान पत्र
    • सोलर इंस्टॉलेशन का quotation
  3. जमा करें और acknowledgment प्राप्त करें
  4. DISCOM से इंजीनियर सर्वे के लिए आएंगे
  5. अप्रूवल मिलने के बाद नेट मीटर इंस्टॉल किया जाएगा

नेट मीटर की कीमत और इंस्टॉलेशन समय

विवरणआंकड़ामीटर की कीमत₹1000–₹1500इंस्टॉलेशन अवधि7–10 कार्य दिवसवारंटी1 से 2 वर्ष (DISCOM निर्भर)DISCOM शुल्कनाममात्र, प्राइवेट इंस्टॉलेशन में शामिल

Ghar Ghar Solar जैसे प्रतिष्ठित इंस्टॉलर नेट मीटरिंग को सोलर इंस्टॉलेशन पैकेज में ही शामिल कर लेते हैं।

नेट मीटरिंग से क्या लाभ होता है?

  1. बिजली बिल कम होता है – सिर्फ नेट यूनिट का ही भुगतान होता है
  2. बचत की मात्रा बढ़ती है – ग्रिड को बेची गई यूनिट का पूरा लाभ
  3. बिजली की बर्बादी नहीं होती – दोपहर की अतिरिक्त बिजली वापस ग्रिड में जाती है
  4. ROI तेज होता है – आपकी सालाना बचत ₹30,000–₹40,000 तक जा सकती है
  5. DISCOM को भी लाभ होता है – अतिरिक्त बिजली का स्थानीय उपयोग

बिहार में 2025 के अपडेट्स

  • अब ऑनलाइन फॉर्म और ट्रैकिंग सिस्टम लागू हो गया है
  • इंस्टॉलेशन और अप्रूवल में पहले से तेज़ी आई है
  • DISCOM द्वारा अनुमोदित इंस्टॉलर से ही सिस्टम लेना अनिवार्य है
  • Net Export Only Model लागू किया जा रहा है: केवल ग्रिड को भेजी गई बिजली पर क्रेडिट मिलेगा

क्या सीमाएं हैं?

  • हर क्षेत्र में नेट मीटरिंग की क्षमता सीमित है
  • सिर्फ Approved Installer और MNRE Registered कंपनियां ही पात्र हैं
  • Export करने के लिए Grid Synchronization जरूरी है (technical compliance)

इसलिए सही तकनीकी सेटअप और प्रमाणित इंस्टॉलर से ही काम कराएं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या सभी सोलर यूज़र्स के लिए नेट मीटरिंग अनिवार्य है?
उत्तर: नहीं, केवल 3kW या उससे बड़े सिस्टम के लिए जरूरी और लाभकारी है।

प्रश्न 2: नेट मीटर कितने समय में लग जाता है?
उत्तर: आमतौर पर 7–10 कार्य दिवस में, अप्रूवल के बाद।

प्रश्न 3: क्या Net Metering और Gross Metering अलग हैं?
उत्तर: हां। Net Metering में आप केवल नेट यूनिट के लिए भुगतान करते हैं। Gross में पूरी export की यूनिट का अलग रेट तय होता है।

प्रश्न 4: क्या Subsidy और Net Metering दोनों का लाभ मिल सकता है?
उत्तर: हां, दोनों एक साथ मिलते हैं।

निष्कर्ष

अगर आप बिहार में 3kW या उससे बड़ा सोलर सिस्टम लगा रहे हैं, तो नेट मीटरिंग आपके लिए जरूरी और लाभकारी है।
यह आपके सोलर सिस्टम से मिलने वाले लाभ को दोगुना कर सकता है, खासकर अगर आपकी खपत और उत्पादन में अंतर है।

नेट मीटरिंग का सही उपयोग करें और हर यूनिट की कीमत वसूलें — न केवल अपने लिए, बल्कि सिस्टम को भी अधिक स्थायी और कुशल बनाने के लिए।

अगला कदम

Ghar Ghar Solar के साथ नेट मीटरिंग को आसान बनाएं। हम आपके लिए:

  • फॉर्म भरवाते हैं
  • DISCOM अप्रूवल मैनेज करते हैं
  • Net Meter इंस्टॉल कराते हैं

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